करनाल में युवक की आत्महत्या का प्रयास: गंभीर हालात और चिंता की बातें
युवक की तलाश के लिए नहर में चलाया जा रहा सर्च आॅपरेशन
Karnal News (आज समाज) करनाल: हरियाणा के करनाल में एक युवक द्वारा पश्चिमी यमुना नहर में छलांग लगाने का मामला सामने आया है। 35 वर्षीय अभिनव ने नहर में कूदने से पहले चाकू से अपनी गर्दन काटी। इस घटना के बाद पुलिस ने गोताखोरों की मदद से युवक की तलाश शुरू की, लेकिन अभी तक कोई सुराग नहीं मिल पाया है।
घटनाक्रम की जानकारी
गुरुवार को जब अभिनव ने सुबह-सुबह अपनी बाइक लेकर पश्चिमी यमुना नहर के काछवा पुल के पास पहुंचा, तब उसने चाय की टपरी से चाकू उठाया और अपनी गर्दन काट दी। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, कुछ युवकों ने उसे बचाने के लिए नहर में छलांग लगाई, लेकिन वे उसे पकड़ने में असफल रहे। इसके बाद पुलिस और गोताखोरों ने उसे खोजने का प्रयास शुरू किया।
आत्महत्या का कारण
अभिनव के पिता सतपाल ने बताया कि उनका बेटा पढ़ा-लिखा था, लेकिन आर्थिक समस्याओं और रोजगार के अभाव में मानसिक रूप से परेशान था। उसके दो बड़े भाई अपने काम पर सैट हैं, लेकिन अभिनव को अब तक कोई नौकरी नहीं मिल पाई थी:
- अभिनव की उम्र 35 वर्ष थी।
- वह बीए पास था, लेकिन सही नौकरी नहीं मिलने से तनाव में था।
- परिवार में आर्थिक तंगी और सहयोग की कमी उसकी मानसिकता पर असर डाल रही थी।
पुलिस की कार्रवाई और जांच
पुलिस ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है और एएसआई विजयपाल का कहना है कि सर्च आॅपरेशन लगातार चलाया जा रहा है। डीएसपी मीना कुमारी भी घटना स्थल पर पहुंचकर हालात का जायजा ले चुकी हैं। इस स्थिति ने समाज में चिंता उत्पन्न की है, खासकर युवाओं के मानसिक स्वास्थ्य के संदर्भ में।
समाज की जिम्मेदारी
इस प्रकार की घटनाओं से समाज में चिंता का विषय बन गया है। मानसिक स्वास्थ्य और रोजगार से संबंधित मुद्दे युवाओं के लिए चिंता का कारण बनते जा रहे हैं। हमें उन लक्षणों को समझने और संकेत देने की आवश्यकता है जिनसे हम उन युवाओं की मदद कर सकें जो संकट में हैं।
क्या किया जा सकता है?
आर्थिक और मानसिक स्वास्थ्य चुनौतियों का सामना कर रहे युवाओं के लिए आवश्यक है कि हम:
- सीधा संवाद करें और उन्हें भावनात्मक समर्थन प्रदान करें।
- समाज में जागरूकता पैदा करें कि यह कोई कलंक नहीं है अगर कोई मदद मांगता है।
- कार्यस्थल पर मानसिक स्वास्थ्य की सेवाओं को बढ़ावा दें।
युवाओं के लिए एक सुरक्षित और सहायक वातावरण बनाना आवश्यक है। यदि आपको या आपके किसी जानने वाले को मदद की आवश्यकता है, तो तुरंत विशेषज्ञ से संपर्क करें।
किसी की जान बचाने के लिए हमारी छोटी-छोटी कोशिशें बहुत मायने रखती हैं। आइये, हम सब मिलकर इस दिशा में प्रयास करें।