उत्तर प्रदेश में महिलाओं की सुरक्षा आज एक बेहद महत्वपूर्ण विषय बन चुका है। पिछले कुछ वर्षों में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अगुवाई में इस दिशा में कई सकारात्मक कदम उठाए गए हैं। एक समय था जब उत्तर प्रदेश में महिलाओं के प्रति अपराधों की खबरे अक्सर सुर्खियों में रहती थीं, लेकिन आज हालात में बदलाव दिखाई दे रहा है। आइए, जानते हैं कि ‘Mission Shakti’ और अन्य योजनाएं किस तरह से महिलाओं की सुरक्षा और सशक्तिकरण को मजबूती दे रही हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का Women Safety पर फोकस
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्पष्ट किया है कि महिलाओं की सुरक्षा पर कोई समझौता नहीं होगा। उनके नेतृत्व में कई योजनाएं और पहल की गई हैं, जिनका उद्देश्य महिलाओं को सुरक्षा, सम्मान और आत्मनिर्भरता प्रदान करना है। इन पहलों में शामिल हैं:
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महिला हेल्पलाइन 1090: यह 24×7 सेवा महिलाओं को तत्काल मदद प्रदान करती है। इसकी सफलता दर बेहद उच्च है, जहां पिछले सालों में लाखों शिकायतों का समाधान किया गया है।
- शक्ति सदन और Sakhi Niwas: ये केंद्र संकटग्रस्त महिलाओं को सुरक्षित आवास, कानूनी सहायता, मेडिकल देखभाल और कौशल विकास की सुविधाएं प्रदान करते हैं।
मिशन शक्ति: एक प्रभावी पहल
‘Mission Shakti’ का मुख्य उद्देश्य महिलाओं की सुरक्षा और सम्मान सुनिश्चित करना है। इसे 17 अक्टूबर 2020 को आरंभ किया गया था और इसके अंतर्गत 28 विभिन्न विभाग मिलकर काम कर रहे हैं। इसके कुछ खास पहलू हैं:
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महिला पुलिस बीट और पिंक बूथ: हर जिले में महिला पुलिस बीट ऑफिसर नियुक्त किए गए हैं, जिससे महिलाओं को सुरक्षित महसूस करने में मदद मिलती है। पिंक बूथ और पिंक टॉयलेट जैसी सुविधाएं भी विशेष रूप से महिलाओं की जरूरतों को ध्यान में रखकर विकसित की गई हैं।
- तेज़ ट्रायल कोर्ट: महिला अपराधों की सजा दर को बढ़ाने के लिए फास्ट ट्रैक कोर्ट स्थापित किए गए हैं। इसका परिणाम यह है कि यूपी में महिला अपराधों की सजा दर 70% से अधिक है, जो राष्ट्रीय औसत से काफी अधिक है।
महिलाओं के सशक्तिकरण की दिशा में कदम
उत्तर प्रदेश में महिलाओं के सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाएं चलाई जा रही हैं, जिनमें स्व-सहायता समूहों का गठन और कौशल विकास कार्यक्रम शामिल हैं। इससे न केवल महिलाएं आर्थिक रूप से स्वतंत्र हो रही हैं, बल्कि समाज में उनका मान-सम्मान भी बढ़ रहा है।
मिशन शक्ति के परिणाम
इन पहलों के परिणामस्वरूप कई सफलता मिली हैं:
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98% से अधिक महिला अपराध मामलों का समाधान: मिशन शक्ति के तहत रिपोर्ट की गई अधिकांश शिकायतों का समाधान तय समय में किया गया है।
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शिक्षा और रोजगार में महिलाओं की भागीदारी बढ़ी: इस योजना ने लड़कियों की शिक्षा और महिलाओं की रोजगार में भागीदारी को भी बढ़ावा दिया है।
- महिलाओं में आत्मविश्वास की वृद्धि: आज की महिलाएं सुरक्षा महसूस कर रही हैं और विभिन्न क्षेत्रों में आगे बढ़ने का हौसला रखती हैं।
आगे का रास्ता
हालांकि मिशन शक्ति ने संभावनाओं को उजागर किया है, लेकिन अब भी कई चुनौतियाँ बाकी हैं:
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ग्रामीण इलाकों में जागरूकता: ग्रामीण इलाकों में महिलाओं की सुरक्षा और सशक्तिकरण सुनिश्चित करने के लिए जागरूकता बढ़ाए जाने की जरूरत है।
- सामाजिक और लैंगिक भेदभाव का सामना: गहरे सामाजिक पूर्वाग्रहों को दूर करना अभी भी एक बड़ी चुनौती है।
निष्कर्ष
उत्तर प्रदेश में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर उठाए गए कदम एक मिसाल हैं। ‘Mission Shakti’ जैसे अभियानों ने न केवल महिला सुरक्षा को सुनिश्चित किया है, बल्कि उन्हें आत्मनिर्भर बनाने का भी महत्वपूर्ण कार्य किया है। चुनौती और कठिनाइयों के बावजूद, यह बदलाव स्पष्ट दिखता है। आज की महिलाएं न केवल अपने अधिकारों को जानती हैं, बल्कि उन्हें लागू करने का भी साहस रखती हैं। ऐसी योजनाएं और उनके प्रभाव से उम्मीद है कि आने वाले समय में महिलाएं और भी सशक्त और सुरक्षित होंगी।