देश के ग्रामीण क्षेत्रों में कृषि ही प्रमुख आय का साधन है। हमारे किसान भाई-बहनों की मेहनत और लगन से हर साल गेहूं की बंपर पैदावार होती है, लेकिन मंडी में फसल का भाव हमेशा स्थिर नहीं रहता। किसान और व्यापारी दोनों के लिए मंडी भाव की जानकरी बेहद आवश्यक है। जब हम 13 मई 2025 के ताजा मंडी भाव पर नजर डालते हैं, तो यह स्पष्ट होता है कि गेहूं के दाम में हल्की गिरावट आई है, जो कई कारणों का परिणाम है।
गेहूं के मंडी भाव का ताजा अपडेट
13 मई 2025 को देश की प्रमुख मंडियों में गेहूं के भाव में हल्की मंदी देखी गई है। जैसे कि दिल्ली की लॉरेंस रोड मंडी में गेहूं का भाव ₹2700 प्रति क्विंटल है। इस भाव में ₹10 की गिरावट आई है। इससे स्पष्ट होता है कि कई मंडियों में गेहूं के दाम MSP (सरकारी समर्थन मूल्य) से भी नीचे चले गए हैं, जिससे किसान परेशान हैं।
प्रमुख मंडियों के भाव:
मंडी/राज्य | न्यूनतम भाव (₹/क्विंटल) | अधिकतम भाव (₹/क्विंटल) | औसत भाव (₹/क्विंटल) | MSP (सरकारी) |
---|---|---|---|---|
दिल्ली (लॉरेंस रोड) | 2700 | 2700 | 2700 | 2425 |
यूपी (लखीमपुर) | – | 2470 | – | 2425 |
एमपी (विदिशा) | 1700 | 2700 | – | 2425 |
राजस्थान (औसत) | 2200 | 3500 | 2530.66 | 2425 |
गुजरात (भावनगर) | 2435 | 3130 | 2780 | 2425 |
महाराष्ट्र (पुणे) | 2400 | 2700 | – | 2425 |
मंडी भाव में उतार-चढ़ाव के कारण
मंडी में गेहूं के भाव में निरंतर बदलाव होते हैं, जिनके पीछे कई कारण होते हैं। चलिए, इन्हें ज्यादा विस्तार से समझते हैं:
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आवक बढ़ना: जैसे ही गेहूं की कटाई होती है, मंडियों में इसकी आवक बढ़ जाती है। इससे दामों पर दबाव आता है क्योंकि सप्लाई ज्यादा होती है।
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मांग में कमी: जब व्यापारियों और मिलर्स की मांग कम होती है, तदनुसार भाव में तेजी नहीं आती।
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मौसम की स्थिति: कड़ी गर्मी या बारिश के कारण ट्रांसपोर्ट में दिक्कत हो सकती है, जिससे दाम प्रभावित होते हैं।
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सरकारी खरीद: सरकार द्वारा MSP पर खरीद कम करने से खुला बाजार में दाम गिरने लगते हैं।
- क्वालिटी: उच्च क्वालिटी गेहूं (जैसे सरबती) का अलग भाव होता है और सामान्य गेहूं की तुलना में बेहतर दाम मिलते हैं।
किसानों के लिए जरूरी सलाह
मंडी भाव की जानकारी प्राप्त करने के लिए किसान भाइयों को कुछ महत्वपूर्ण सलाहों का पालन करना चाहिए:
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रोजाना मंडी भाव चेक करें: अपने क्षेत्र की मंडी का भाव नियमित रूप से चेक करें ताकि सही समय पर फसल बेच सकें।
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MSP से कम भाव पर ध्यान दें: अगर मंडी भाव MSP से कम है, तो सरकारी खरीद केंद्र से संपर्क करें।
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अच्छी क्वालिटी का ध्यान रखें: प्रीमियम गेहूं (जैसे सरबती) को अलग रखकर बिक्री करें, इससे बेहतर दाम मिल सकता है।
- फसल बेचने से पहले ताजा रेट देखें: मंडी में फसल बेचने से पहले मंडी समिति या ऑनलाइन पोर्टल पर ताजा रेट जरूर देखें।
निष्कर्ष
13 मई 2025 को देशभर की प्रमुख मंडियों में गेहूं के भाव में हल्की गिरावट आई है। दिल्ली, यूपी, एमपी और राजस्थान जैसे विभिन्न राज्यों में गेहूं के दाम ₹1700 से ₹3500 प्रति क्विंटल के बीच हैं। वर्तमान समय में, कई मंडियों में MSP से कम दाम मिलने से किसान परेशान हैं, लेकिन प्रीमियम क्वालिटी के गेहूं के दाम अच्छे मिल रहे हैं।
किसानों को मंडी भाव की प्रति दिन जानकारी रखनी चाहिए, ताकि वे अपने फसल को सही समय पर और उचित दाम पर बेच सकें।
Disclaimer: इस लेख का उद्देश्य केवल जानकारी प्रदान करना है। मंडी भाव हर दिन बदलते रहते हैं, इसलिए अंतिम निर्णय के लिए नजदीकी मंडी या सरकारी पोर्टल पर ताजा रेट अवश्य देखें।