राजस्थान के 8वीं उत्तीर्ण छात्राओं को मिलेगी शानदार स्कॉलरशिप और नकद इनाम!

जब आपके बच्चे ने राजस्थान बोर्ड 8वीं परीक्षा में अच्छा प्रदर्शन किया है, तो यह सिर्फ एक मार्कशीट पाने का समय नहीं है, बल्कि एक वित्तीय सहायता योजना का भी लाभ उठाने का मौका है। राजस्थान सरकार की ‘निर्माण श्रमिक शिक्षा कौशल विकास योजना’ (NSKKVY) का उद्देश्य उन मेधावी छात्रों को मदद करना है, जो निर्माण श्रमिक के परिवार से आते हैं। आइए इस योजना के बारे में विस्तार से जानते हैं।

छात्रों को मिल सकता है सीधा लाभ

राजस्थान बोर्ड 8वीं का रिजल्ट आज शाम 5 बजे घोषित किया जाएगा। यहीं से शुरू होती है इस योजना की अहमियत। यदि आपका बच्चा इस परीक्षा में पास होता है, तो वे सीधे तौर पर वित्तीय सहायता प्राप्त कर सकते हैं। लेकिन यहाँ ध्यान देने वाली बात यह है कि सिर्फ पास होना ही काफी नहीं है। छात्रों को अच्छे अंक लाने पर अतिरिक्त नकद इनाम भी मिल सकता है।

क्या है निर्माण श्रमिक शिक्षा कौशल विकास योजना (NSKKVY)?

यह योजना मुख्य रूप से उन परिवारों के लिए बनाई गई है, जिनके सदस्य निर्माण श्रमिक हैं। इसके तहत छात्रों को कक्षा 6 से लेकर पोस्ट ग्रेजुएशन तक की पढ़ाई के लिए वार्षिक स्कॉलरशिप प्रदान की जाती है। इसके साथ ही, अच्छे मार्क्स लाने वाले छात्रों को नकद पुरस्कार भी दिया जाता है, जो उनकी मेहनत को प्रोत्साहित करता है।

8वीं पास छात्र को मिलेगा कितना पैसा?

यदि आपका बच्चा 8वीं कक्षा पास करता है और वह निर्माण श्रमिक के परिवार से है, तो उसे ₹8000 की वार्षिक स्कॉलरशिप दी जाएगी। इसके अलावा, यदि वह 75% या उससे अधिक अंक लाता है, तो उसे ₹4000 का नकद पुरस्कार भी मिलेगा।

कक्षा वार्षिक स्कॉलरशिप (छात्र) वार्षिक स्कॉलरशिप (छात्रा/दिव्यांग) नकद पुरस्कार (75%+ अंक पर)
6-8 ₹8000 ₹9000
9-12 ₹9000 ₹10,000 ₹6000 (11-12वीं पर)
ITI ₹9000 ₹10,000
डिप्लोमा ₹10,000 ₹11,000 ₹10,000
ग्रेजुएशन (सामान्य) ₹13,000 ₹15,000 ₹8000
ग्रेजुएशन (प्रोफेशनल) ₹18,000 ₹20,000 ₹25,000
पोस्ट ग्रेजुएशन (सामान्य) ₹15,000 ₹17,000 ₹12,000
पोस्ट ग्रेजुएशन (प्रोफेशनल) ₹23,000 ₹25,000 ₹35,000

कौन ले सकता है इस योजना का लाभ?

इस योजना का लाभ केवल कुछ विशेष छात्रों को ही मिलेगा। योजना का लाभ उठाने के लिए निम्नलिखित शर्तें पूर्ण करना आवश्यक है:

  • लाभार्थी का पंजीकृत निर्माण श्रमिक होना आवश्यक है।
  • लाभार्थी की पत्नी और अधिकतम दो बच्चे इस योजना के तहत सहायता प्राप्त कर सकते हैं।
  • यदि श्रमिक की पत्नी पढ़ाई कर रही है और उसकी आयु 35 वर्ष से कम है, तो वह भी पात्र होगी।
  • छात्रों का नियमित पढ़ाई करना जरूरी है, और उन्हें किसी मान्यता प्राप्त संस्थान में पढ़ाई करना आवश्यक है।

स्कॉलरशिप के लिए न्यूनतम अंक कितने जरूरी हैं?

  1. कक्षा 8 से 12 तक: न्यूनतम 75% अंक पर नकद पुरस्कार।
  2. डिप्लोमा, ग्रेजुएशन, पोस्ट ग्रेजुएशन: न्यूनतम 60% अंक पर नकद पुरस्कार।

कैसे करें आवेदन?

यदि आप इस योजना का लाभ उठाना चाहते हैं, तो नीचे दिए गए कदमों का पालन करें:

STEP-1: SSO पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन

  • SSO Rajasthan पर जाएं।
  • जन आधार या Gmail ID से रजिस्टर करें।
  • OTP से वेरिफिकेशन कर रजिस्ट्रेशन पूरा करें।

STEP-2: योजना में आवेदन

  • SSO लॉगिन के बाद LDMS विकल्प पर क्लिक करें।
  • “Apply for Scheme” पर जाएं।
  • “निर्माण श्रमिक शिक्षा कौशल विकास योजना” चुनें।
  • फॉर्म भरें और दस्तावेज़ अपलोड करें।
  • सबमिट करें।

जरूरी दस्तावेज क्या लगेंगे?

आवेदन के लिए आपको निम्नलिखित दस्तावेज़ प्रस्तुत करने होंगे:

  • शैक्षिक संस्थान प्रमुख के हस्ताक्षर वाला आवेदन फॉर्म।
  • श्रमिक का रजिस्ट्रेशन ID कार्ड।
  • बैंक पासबुक की कॉपी (नाम, IFSC, ब्रांच आदि सहित)।
  • छात्र/छात्रा या पत्नी का आधार/भामाशाह कार्ड।
  • मार्कशीट की सेल्फ अटेस्टेड कॉपी।

निष्कर्ष

‘निर्माण श्रमिक शिक्षा कौशल विकास योजना’ न केवल बच्चों को वित्तीय सहायता प्रदान करती है, बल्कि उन्हें आगे की पढ़ाई के लिए प्रोत्साहित भी करती है। यदि आपका बच्चा इस योजना के तहत योग्य है, तो इसे नज़रअंदाज़ मत करें। यह न केवल आपकी वित्तीय स्थिति में सुधार करेगा, बल्कि आपके बच्चे के भविष्य की नींव भी रखेगा। सुनिश्चित करें कि आप सभी जरूरी दस्तावेजों के साथ रजिस्ट्रेशन और आवेदन प्रक्रिया को समय पर पूरा करें।

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