गुरुद्वारा पंजोखरा Sahib में सरोवर की सफाई के लिए कारसेवा की शुरुआत
अंबाला की अद्भुत विरासत का प्रतिनिधित्व करते हुए गुरुद्वारा पंजोखरा साहिब में हाल ही में सरोवर से गाद निकालने के लिए एक भव्य कारसेवा का आयोजन किया गया। इस सेवा का नेतृत्व बाबा जगतार सिंह तरनतारन साहिब वाले ने किया, जिसमें हजारों संगत ने भाग लिया। यह सेवा न केवल श्रद्धा का प्रतीक है, बल्कि सामाजिक एकता और सेवा भावना का भी उत्कृष्ट उदाहरण प्रस्तुत करती है।
गर्मी में भी संगत की जोशभरी भागीदारी
गुरुद्वारा पंजोखरा साहिब में आयोजित इस महत्वाकांक्षी आयोजन में संगत ने गर्मी की परवाह किए बिना भाग लिया। यहाँ कुछ विशेष बातें हैं:
- हजारों की संख्या में भागीदारी: पहले दिन ही कई हजार श्रद्धालुओं ने कारसेवा में हिस्सा लिया।
- विशेष जल और भोजन का प्रबंध: संगत ने ठंडे पानी की छबील और नींबू पानी का लंगर भी लगाया, जिससे सभी को राहत मिली।
यह कार्यक्रम गुरु ग्रंथ साहिब के समक्ष अरदास के साथ प्रारंभ हुआ, जो इस कार्य की महत्ता को और बढ़ाता है। बाबा बूटा सिंह ने अद्भुत ऊर्जा के साथ इस कार्य की शुरुआत की, जिसमें संगत ने मिलकर सरोवर से गाद निकालने का कार्य शुरू किया।
सरोवर में लगेगा पानी साफ करने के लिए फिल्टर
बाबा गुरमीत सिंह द्वारा जानकारी प्रदान की गई कि सरोवर की सफाई के बाद यहाँ चबूतरे बनाए जाएंगे और पानी को साफ रखने के लिए विशेष फिल्टर लगाए जाएंगे। इससे भविष्य में बार-बार सफाई की आवश्यकता नहीं पड़ेगी, और सरोवर में जल की गुणवत्ता बनी रहेगी। अन्य महत्वपूर्ण बातें:
- नियमित सफाई का आश्वासन: फिल्टर लगाने से पानी सदा साफ रहेगा और संगत को स्नान के लिए शुद्ध जल मिलेगा।
- अमृतसर के तर्ज पर: यह प्रक्रिया अमृतसर के दरबार साहिब में भी अपनाई गई थी, जो कि सिख आस्था का एक प्रमुख केंद्र है।
श्रमदान और सामाजिक एकता
ये सभी कारसेवक न केवल निजी श्रद्धा के लिए जुटे थे, बल्कि उन्होंने इस कार्य के माध्यम से समुदाय की एकजुटता को भी प्रदर्शित किया। संगत की विविध सदस्यता से यह स्पष्ट होता है कि विचारधारा और सेवा का कार्य धार्मिक बंधनों को पार कर एक सकारात्मक सामाजिक बदलाव की दिशा में है।
- विशेष आमंत्रण: इस आयोजन में हरियाणा सिख गुरुद्वारा मैनेजमेंट कमेटी के उपस्थित सदस्यों ने भी इस सेवा में योगदान दिया।
- सामाजिक ज़िम्मेदारी: सेवादारों ने गर्मी में भी सेवा की भावना के साथ कार्य किया, जो अन्य लोगों को प्रेरित करता है।
स्नान करने का आस्था का स्थल
गुरुद्वारा पंजोखरा साहिब को एक विशेष स्थान प्राप्त है, जहाँ लोग अपनी मनोकामनाओं के साथ यहाँ स्नान के लिए आते हैं। यह मान्यता है कि यहाँ स्नान करने से जीवन में अनेक दुख-दर्द दूर होते हैं। यहां कुछ उपयोगी तथ्य प्रस्तुत हैं:
तथ्य | विवरण |
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स्थान | गुरुद्वारा पंजोखरा साहिब, अंबाला |
गुरु | गुरु हरिकृष्ण साहिब |
प्रमुख विशेषता | यहाँ गूंगे-बोले बच्चों को बोलवा देने की मान्यता है |
साप्ताहिक देवता | प्रतिदिन यहाँ सैकड़ों श्रद्धालु लौटते हैं |
इस तरह की गतिविधियाँ न केवल धार्मिक आदान-प्रदान का हिस्सा हैं, बल्कि सामाजिक समर्पण का भी प्रतीक हैं। इस संबंध में संगत की भागीदारी और उनकी सेवा भावना ने इस स्थान को एक अद्वितीय रूप से संपन्न बना दिया है।
इस प्रकार, गुरुद्वारा पंजोखरा साहिब में हुई इस कारसेवा से न केवल जल स्रोत की सफाई होगी, बल्कि यह सभी के लिए एक नई उम्मीद और प्रेरणा का स्रोत भी बनेगी। वहाँ उपस्थित संगत की मेहनत और धर्म के प्रति उनकी अटूट आस्था हमेशा के लिए याद रहेगी।