हरियाणा में शराब की कीमतों में बेतहाशा बढ़ोतरी! जानिए नई नीति के असर

हरियाणा में शराब पीने वालों के लिए 2025 की गर्मी ने एक नया मोड़ लाया है। राज्य सरकार ने हाल में नई आबकारी नीति (Excise Policy) को लागू कर दिया है, जिससे शराब, बीयर और विदेशी ब्रांड्स की कीमतों में ऊँची बढ़ोतरी हुई है। कीमतें बढ़ने से आम जनता को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।

नई नीति का उद्देश्य और बदलाव

हरियाणा सरकार का दावा है कि नई नीति के लागू होने से राज्य को रिकॉर्ड राजस्व प्राप्त होगा। इस नीति के तहत कई महत्वपूर्ण बदलाव किए गए हैं, जैसे शराब के ठेकों के खुलने और बंद होने के समय, लाइसेंस फीस, दुकानों की संख्या, और अन्य महत्वपूर्ण नियम।

हालांकि, इसके साथ ही आम उपभोक्ताओं की जेब पर बुरा असर पड़ने वाला है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, बीयर की कीमतों में 44% तक की बढ़ोतरी देखने को मिली है।

कीमतें कैसे बदलीं?

नई नीति के अनुसार, विभिन्न प्रकार की शराब की कीमतें इस प्रकार बढ़ी हैं:

  • देसी शराब:

    • पहले: 175 रुपये
    • अब: 190 रुपये
    • बढ़ोतरी: 15 रुपये
  • बीयर:

    • 650 एमएल की नॉर्मल बीयर:
    • पहले: 90 रुपये
    • अब: 130 रुपये
    • बढ़ोतरी: 44%
  • विदेशी शराब (IMFL):
    • सुपर प्रीमियम: 3100 से 3150 रुपये (1.6% बढ़ोतरी)
    • डीलक्स-1: 725 से 770 रुपये (6.2% बढ़ोतरी)

नई नीति से जुड़े प्रमुख बिंदु

नई शराब नीति के कुछ प्रमुख बिंदु ये हैं:

  • दुकानों का समय:

    • शहरों में ठेके सुबह 8 बजे से रात 12 बजे तक खुले रहेंगे।
    • गांवों में अक्टूबर तक 8AM-11PM और नवंबर-मार्च में 8AM-10PM तक।
  • राजस्व लक्ष्य:

    • 2025-26 के लिए 14,064 करोड़ रुपये का टैक्स कलेक्शन टारगेट।
  • दुकानों की संख्या:
    • 500 से कम आबादी वाले गांवों में एक भी ठेका नहीं खुलेगा।

आम जनता पर असर

निष्कर्ष यह है कि हरियाणा में शराब की कीमतों में वृद्धि से आम जनता पर कई नकारात्मक प्रभाव पड़ सकते हैं।

  1. खपत में कमी: जैसे-जैसे कीमतें बढ़ेंगी, लोगों की शराब खरीदने की आदतों पर असर पड़ेगा।
  2. ग्रामीण क्षेत्रों में दिक्कत: 500 से कम आबादी वाले गांवों में शराब की दुकानें बंद हो जाने से ग्रामीण क्षेत्रों में शराब की उपलब्धता कम होगी।
  3. राजस्व में वृद्धि: सरकार को नई नीति से ज्यादा राजस्व की उम्मीद है, जिसका उपयोग स्वास्थ्य और शिक्षा योजनाओं में किया जाएगा।

निष्कर्ष

हरियाणा में नई आबकारी नीति लागू होने के बाद शराब की कीमतों में जबरदस्त बढ़ोतरी हुई है, जिसने खासकर आम उपभोक्ताओं को चिंता में डाल दिया है। सरकार का लक्ष्य 14,000 करोड़ रुपये से ज्यादा का राजस्व जुटाना है, हालाँकि इस नीति का असर जनता पर निगेटिव भी होगा।

यदि आप हरियाणा में शराब के नए दामों और नीतियों के प्रति जागरूक रहना चाहते हैं, तो संबंधित विभाग या अधिकृत पोर्टल से ताजा जानकारी लेते रहें।


Disclaimer: यह लेख केवल सूचना और जागरूकता के उद्देश्य से लिखा गया है। हरियाणा में शराब की कीमतों में बढ़ोतरी से जुड़ी जानकारी ताजा सरकारी आदेश और मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है।

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