झारखंड में महिलाओं के समर्पण और सशक्तिकरण के लिए मुख्यमंत्री मंईया सम्मान योजना (JMMSY) एक महत्वपूर्ण पहल है। इस योजना का उद्देश्य राज्य की महिलाओं को वित्तीय सहायता प्रदान करना है, जिससे उन्हें आत्मनिर्भर बनाने में मदद मिलेगी। योजना के तहत महिलाएँ हर महीने 2500 रुपये की वित्तीय सहायता प्राप्त करती हैं। हालांकि, हाल ही में इस योजना की छठी और सातवीं किस्त के संदर्भ में कुछ महत्वपूर्ण घटनाक्रम हुए हैं।
छठी और सातवीं किस्त का अपडेट
झारखंड सरकार ने हाल ही में घोषणा की कि छठी और सातवीं किस्त एक साथ जारी की जाएगी। वर्तमान में, महिला बाल विकास और सामाजिक सुरक्षा विभाग आवेदनों के सत्यापन की प्रक्रिया में है। इस दौरान कई गड़बड़ियां भी सामने आई हैं, जिसके चलते लगभग 67.60 लाख महिलाओं के आवेदन की जांच अभी चल रही है। इस प्रक्रिया में आधार को बैंक खाते से जोड़ने की आवश्यकता है, जो समय पर पूरा नहीं हो सका।
यदि सब कुछ सही समय पर पूर्ण होता है, तो महिलाओं को जनवरी और फरवरी दोनों महीनों की राशि एक साथ मिलने की संभावना है। इस संबंध में अधिक जानकारी के लिए नीचे दी गई टेबल देखें:
योजना का नाम | झारखंड मुख्यमंत्री मंईया सम्मान योजना (JMMSY) |
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प्रारंभ किया गया | झारखंड राज्य सरकार द्वारा |
लाभार्थी | झारखंड राज्य के नागरिक |
लिंग | केवल महिलाएँ |
आयु | 18 से 50 वर्ष |
लाभ | 2500 रुपये प्रतिमास |
छठी और सातवीं किस्त की तिथि | 12 मार्च 2025 |
आवेदन प्रक्रिया और सत्यापन
राज्य सरकार ने यह सुनिश्चित करने के लिए कई उपाय किए हैं कि केवल योग्य लाभार्थियों को ही योजना का लाभ मिले। हालांकि, सत्यापन प्रक्रिया समय पर पूरी नहीं हो सकी, जिससे भुगतान में देरी हो रही है। इस प्रक्रिया में कुछ महत्वपूर्ण बिंदु शामिल हैं:
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आधार से बैंक खाता जोड़ना: आवेदन की प्रक्रिया के लिए आवश्यक है कि लाभार्थियों के बैंक खाते को उनके आधार से जोड़ा जाए।
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सत्यापन की प्रक्रिया: जिलों में आवेदन की सत्यापन प्रक्रिया तेजी से चल रही है। बीडीओ कार्यालयों और सीओ कार्यालयों के माध्यम से यह काम किया जा रहा है।
- लाभान्वित का आंकड़ा: अब तक लगभग 56 लाख महिलाओं को सहायता प्रदान की गई है, जबकि लगभग 67.60 लाख आवेदन किए गए हैं।
सत्यापन में देरी के कारण
सत्यापन प्रक्रिया में देरी का मुख्य कारण यह रहा है कि कई आवेदक एक ही बैंक खाते से जुड़े हुए थे। इससे धोखाधड़ी के मामलों में वृद्धि हुई, जिसके कारण सरकार ने आवेदन की जांच में अधिक समय लिया। यह सुनिश्चित करने के लिए कि केवल वास्तविक लाभार्थियों को ही राशि मिले, सरकार द्वारा सख्त निर्देश जारी किए गए थे।
नतीजा
झारखंड सरकार की मंईया सम्मान योजना का अधिमान्य लक्ष्य है महिलाओं के सशक्तिकरण को बढ़ावा देना। योजना के तहत छठी और सातवीं किस्त का एक साथ वितरण महिलाओं के लिए खुशी की बात है, बशर्ते कि सभी आवश्यक प्रक्रियाएँ समय पर पूर्ण हों। यदि आप इस योजना से संबंधित किसी भी प्रकार की जानकारी या सुझाव चाहते हैं, तो कृपया हमसे संपर्क करें।
अंत में: उम्मीद करते हैं कि यह जानकारी महिलाओं के लिए लाभकारी होगी। योजना के अंतर्गत मिलने वाली राशि से न केवल वित्तीय सहायता मिलेगी बल्कि यह आत्मनिर्भरता की ओर एक कदम बढ़ाने का भी अवसर प्रदान करेगी। कई महिलाएं जो इस कार्यक्रम का लाभ उठा रही हैं, वे अपनी कहानियां साझा करें ताकि अन्य महिलाओं को भी प्रेरणा मिले।
यदि आपको अधिक जानकारी चाहिए या आपकी कोई समस्या हो, तो कृपया नीचे कमेंट बॉक्स में बताएं। जानकारी प्राप्त करने के लिए जुड़े रहें Jharkhandlab.com पर।