फरीदाबाद में जलभराव और नालों की सफाई के लिए डीसी ने मांगी समीक्षा रिपोर्ट!

फरीदाबाद में जलभराव और नालों की सफाई: उपायुक्त का प्रशासनिक कदम

फरीदाबाद में हाल के दिनों में जलभराव और ड्रेन की सफाई को लेकर प्रशासन ने गंभीरता दिखाई है। उपायुक्त विक्रम सिंह ने इस विषय पर एक समीक्षा बैठक बुलाई, जिसमें शहर के विभिन्न विभागों के प्रमुख अधिकारी उपस्थित थे। इस बैठक का मुख्य उद्देश्य शहर में जलभराव और नालों की सफाई की स्थिति की समीक्षा करना और सुधार के लिए उचित कदम उठाना था।

नालों की सफाई के लिए उठाए गए कदम

उपायुक्त ने जानकारी दी कि जलभराव की समस्या का हल निकालने के लिए सभी संबंधित विभाग के अधिकारियों को कार्रवाई की दिशा में निर्देशित किया गया है। उन्हें यह सुनिश्चित करने के लिए कहा गया कि वे नियमित तौर पर निरीक्षण करें और संबंधित रिपोर्ट प्रस्तुत करें। इसके तहत कुछ मुख्य बिंदु इस प्रकार हैं:

  • नियमित निरीक्षण: हर दिन संबंधित अधिकारी को निरीक्षण रिपोर्ट पेश करने के लिए कहा गया है, जिससे प्रशासनिक कार्रवाई को तेज किया जा सके।
  • पार्षदों के साथ फीडबैक: उपायुक्त ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे स्थानीय प्रतिनिधियों के साथ दौरा करते हुए उन्हें शामिल करें, जिससे जनता की संतुष्टि की जा सके।
  • समुचित जल निकासी: एनएचएआई के प्रतिनिधियों ने बताया कि जल भराव की समस्या को हल करने के लिए स्थायी पंपों की स्थापना की जा चुकी है। इन पंपों की क्षमता भी बढ़ाई गई है।

उद्योग से आने वाले डिस्चार्ज पर नजर

उपायुक्त ने यह भी स्पष्ट किया कि नालों में औद्योगिक डिस्चार्ज पर कड़ी नजर रखी जाएगी। इसके लिए प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों के साथ संयुक्त टीम बनाई जाएगी जो नियमित रूप से औद्योगिक क्षेत्रों का दौरा करेगी। यदि किसी उद्योग में बिना ट्रीटमेंट डिस्चार्ज पाया गया, तो कार्रवाई की जाएगी। यह कदम न केवल जल गुणवत्ता को सुधारने में मदद करेगा, बल्कि फरीदाबाद के पर्यावरण को भी सुरक्षित रखेगा।

कार्रवाई में सुधार के संकेत

उपायुक्त ने लापरवाही के मामलों पर सख्त कार्रवाई की बात कही। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि जो भी नियमों का उल्लंघन करेगा, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। यह संदेश साफ है कि अब शहर के प्रशासनिक तंत्र में कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

इसके अलावा, उन्होंने यह भी कहा कि एमसीएफ के पांच जोनों में अधिकारी नियोजित किए जाएंगे, ताकि जल निकासी और नालों की सफाई की कार्यवाही को प्रभावशाली बनाया जा सके। इससे न केवल प्रशासन की जवाबदेही बढ़ेगी, बल्कि फरीदाबाद के नागरिकों को भी एक बेहतर पर्यावरण का अनुभव होगा।

निष्कर्ष

फरीदाबाद में जलभराव और नालों की सफाई के मुद्दे पर प्रशासनिक स्तर पर यह कदम एक सकारात्मक संकेत है। उपायुक्त विक्रम सिंह की देखरेख में चालू किए गए सुधारात्मक कदमों से शहर के जल निकासी की स्थिति में सुधार होने की उम्मीद की जा रही है। यदि ये सुधार सही से लागू होते हैं, तो एक साफ और स्वस्थ फरीदाबाद की संभावना को बल मिलेगा।

इस तरह के प्रशासनिक कदम समाज के लिए महत्वपूर्ण हैं, और यह जरूरी है कि ऐसे प्रयासों को समय-समय पर नवीनीकरण और समीक्षा के साथ आगे बढ़ाया जाए। फरीदाबाद जैसे शहरों में नागरिकों की भागीदारी और प्रशासन की सक्रियता का संयोजन ही जलभराव और संबंधित समस्याओं का दीर्घकालिक समाधान पेश कर सकेगा।

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