तैयारी… सिंहस्थ-2028 को लेकर एडीजी उमेश जोगा के नेतृत्व में हुई वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक
उज्जैन, मध्य प्रदेश में होने वाले आगामी सिंहस्थ-2028 के लिए तैयारियाँ जोरों पर हैं। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के निर्देश पर कई महत्वपूर्ण योजनाओं पर चर्चा के लिए पुलिस और रेल विभाग के अधिकारियों की एक बैठक आयोजित की गई थी। एडीजी उमेश जोगा के नेतृत्व में हुई इस बैठक में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को ध्यान में रखते हुए विस्तृत इंतजाम करने की बात की गई। आइए जानते हैं इस बैठक में क्या-क्या निर्णय लिए गए और इन तैयारियों का महत्व क्या है।
सुरक्षा सुविधाओं का विस्तार
सिंहस्थ के दौरान भक्तों की सुरक्षा और सुविधाओं का ध्यान रखना सबसे महत्वपूर्ण है। बैठक में यह तय किया गया कि:
- सभी प्रमुख रेलवे स्टेशनों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे।
- नई खेड़ी, पिंगलेश्वर, चिंतामन और विक्रम नगर रेलवे स्टेशन को अपग्रेड किया जाएगा।
- रेलवे कर्मचारियों को प्रयागराज के कुंभ मेले के अनुभव के आधार पर प्रशिक्षित किया जाएगा।
इन सभी सुविधाओं के जरिए श्रद्धालुओं की यात्रा को सुरक्षित और सुविधाजनक बनाए जाने का लक्ष्य रखा गया है। एडीजी जोगा ने रेलवे अधिकारियों से कहा कि उन्हें कुंभ मेले से सबक लेते हुए तैयारियाँ करनी होंगी।
भीड़ प्रबंधन के लिए खास रणनीतियाँ
सिंहस्थ के आयोजन के दौरान सबसे बड़ा चुनौतीपूर्ण कार्य है भीड़ प्रबंधन। एडीजी जोगा ने इस विषय पर भी बैठक में चर्चा की, जिसमें सुरक्षा और कानून-व्यवस्था को प्राथमिकता दी गई। उन्होंने सुझाव दिया कि:
- भीड़ के दौरान सादी वर्दी में पुलिस जवानों की तैनाती की जाएगी।
- श्रद्धालुओं को पैदल कम चलाने की योजना बनाई जाएगी।
- तीर्थ स्थलों पर निरंतर निगरानी रखने के लिए पुलिस बल को मजबूत किया जाएगा।
इस तरह की योजनाएं सुनिश्चित करेंगी कि श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े और उन्हें सुरक्षित वातावरण मिले।
आपातकालीन प्रबंधन और यातायात व्यवस्था
सिंहस्थ के दौरान यातायात व्यवस्था को सुचारू बनाने के लिए भी विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। बैठक में यह तय किया गया कि:
- यातायात व्यवस्था पर पहले से ध्यान दिया जाएगा।
- आपातकालीन परिस्थितियों में त्वरित समाधान के लिए विशेष टीमों का गठन किया जाएगा।
- पुलिस बल को अतिरिक्त स्टाफ, होमगार्ड, क्यूआरटी और विशेष महिला पुलिस बल सौंपा जाएगा।
इससे न केवल यात्रा की सुगमता बढ़ाने में मदद मिलेगी, बल्कि श्रद्धालुओं की सुरक्षा भी सुनिश्चित होगी।
सार्वजनिक सुविधाएं और सहयोग
मुख्यमंत्री की मंशा है कि सिंहस्थ के दौरान आने वाले श्रद्धालुओं को उच्च स्तर की सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं। इसके तहत:
- सभी स्टेशनों पर मुख्य स्टेशन की तरह सुविधाएं दी जाएंगी।
- रेलवे मुम्बई की टीम से सहयोग लिया जाएगा।
इन तैयारियों का उद्देश्य श्रद्धालुओं को एक अटूट अनुभव प्रदान करना है, ताकि वे सुकून और सुरक्षा के साथ अपनी धार्मिक यात्रा का आनंद ले सकें।
इस बैठक में आईजी आरपीएफ मुंबई अजय सदानी, डीआईजी नवनीत भसीन, पुलिस अधीक्षक प्रदीप शर्मा, उप पुलिस अधीक्षक रामराज मीणा और अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। सभी अधिकारियों ने सिंहस्थ-2028 के सफल आयोजन के लिए अपनी योजनाएं साझा कीं और एकजुट होकर काम करने का संकल्प लिया।
निष्कर्ष
सिंहस्थ-2028 केवल एक धार्मिक उत्सव नहीं, बल्कि एक ऐसा अवसर है जो लाखों लोगों को एकजुट करता है। इस शानदार आयोजन की आवश्यक तैयारियों और योजनाओं को देखते हुए यह स्पष्ट है कि प्रशासन श्रद्धालुओं की सुख-सुविधा को प्राथमिकता दे रहा है।