अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2025: योग का महत्व और इसके सामाजिक प्रभाव
11 वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस-2025 के अवसर पर, बीटीसी भानु कैंप में एक भव्य योगाभ्यास कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम न केवल योग के अद्वितीय लाभों के प्रति जागरूकता फैलाने में मददगार सिद्ध हुआ, बल्कि सामुदायिक एकता को भी योगदान दिया। इस कार्यक्रम में लगभग 2300 लोगों ने भाग लिया, जिनमें प्रशिक्षणार्थी, अधिकारी, और स्थानीय गणमान्य व्यक्ति शामिल थे।
योगाभ्यास का आयोजन और प्रमुख अतिथि
कार्यक्रम का आयोजन श्री अशोक नेगी, पीएमजी. महानिरीक्षक, बी.T.C. के नेतृत्व में किया गया। इस अवसर पर हरियाणा सरकार के माननीय मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी और स्वास्थ्य मंत्री सुश्री आरती सिंह राव भी उपस्थित रहे।
मुख्यमंत्री नवीनतम योग तकनीकों का अभ्यास करते हुए न केवल अन्य अधिकारियों को प्रेरित किया, बल्कि उन्होंने स्वास्थ्य को प्राथमिकता देने पर जोर दिया। योग करने से न केवल शारीरिक स्वास्थ्य में सुधार होता है, बल्कि मानसिक शांति और आंतरिक संतुलन भी प्राप्त होता है। उनके दृष्टांत से स्पष्ट होता है कि योग केवल एक शारीरिक क्रिया नहीं है, बल्कि यह जीवन के सभी पहलुओं में सुधार ला सकता है।
योग का आध्यात्मिक और शारीरिक महत्व
योग केवल शरीर को जोड़ने का माध्यम नहीं है, बल्कि यह व्यक्ति के मानसिक, आध्यात्मिक और स्वास्थ्य संबंधी विकास का एक महत्वपूर्ण साधन है।
डॉ. जयदीप आर्य, हरियाणा योग आयोग के चेयरमेन, ने अपने संबोधन में कहा:
- "योग भारत की प्राचीन परंपरा है और यह निरोगी काया के लिए आवश्यक है।"
- "योग का नियमित अभ्यास न केवल शारीरिक स्वास्थ्य बढ़ाता है, बल्कि यह मानसिक स्पष्टता और समर्पण भी लाता है।"
योग को जीवन में अपनाने से मिलने वाले मुख्य लाभ हैं:
- तनाव में कमी: नियमित योग तकनीकें तनाव को कम करती हैं और मानसिक शांति लाती हैं।
- शारीरिक स्वास्थ्य: योग विभिन्न रोगों से लड़ने में सहायक होता है और संपूर्ण स्वास्थ्य में सुधार करता है।
- आध्यात्मिक विकास: योग व्यक्ति को अपनी आंतरिक शक्तियों को पहचानने और विकसित करने की क्षमता देता है।
योगाभ्यास में सामूहिकता का महत्व
इस कार्यक्रम ने न केवल व्यक्तिगत स्वास्थ्य को उजागर किया, बल्कि सामुदायिक एकता और सहयोग का भी प्रतीक बना। सभी प्रतिभागियों ने एक साथ मिलकर विभिन्न योग क्रियाओं का अभ्यास किया, जैसे कि समकोणासन, त्रिकोणासन, और नटराजासन। इस सामूहिक अभ्यास ने न केवल उत्साह बढ़ाया, बल्कि समुदाय के विभिन्न वर्गों को एकजुट करने में भी मदद की।
मुख्यमंत्री और अन्य गणमान्य अतिथियों ने योगाभ्यास के दौरान औषधीय पौधों का रोपण करके पर्यावरण के प्रति जागरूकता का संदेश भी दिया। यह न केवल स्वास्थ्य के लिए, बल्कि प्राकृतिक पारिस्थितिकी के लिए भी अत्यंत महत्वपूर्ण है।
दुखद घटनाएँ और संवेदनाएँ
कार्यक्रम के अंत में, मुख्यमंत्री ने अहमदाबाद में 12 जून को हुई विमान दुर्घटना में मारे गए लोगों के प्रति शोक व्यक्त किया। उन्होंने दिवंगत आत्माओं के लिए दो मिनट का मौन रखकर उनके परिवारों के प्रति अपनी संवेदनाएँ प्रकट की। यह क्षण सभी उपस्थित लोगों के लिए एक भावुक अनुभव था, जिसने मानवता के प्रति संवेदनशीलता को भी दर्शाया।
निष्कर्ष
इस प्रकार, 11 वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का आयोजन न केवल योग के महत्व को उजागर करता है, बल्कि यह एक संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए सामूहिक प्रयास भी है। योग के माध्यम से, हम न केवल अपने स्वास्थ्य में सुधार कर सकते हैं, बल्कि समाज में सामंजस्य और सहयोग की भावना भी निर्मित कर सकते हैं। इस तरह के कार्यक्रमों से हमें एक स्वस्थ जीवनशैली अपनाने की प्रेरणा मिलती है, जो जीवन को अधिक संतुलित और खुशहाल बनाती है।
इस योग दिवस पर, चलिए हम सब मिलकर योग को अपने जीवन में शामिल करें और इसके द्वारा पाए जाने वाले अद्भुत लाभों का अनुभव करें।