सिद्धू मूसेवाला की हत्या: गोल्डी बरार का खुलासा
सिद्धू मूसेवाला, जिनका असली नाम शुभदीप सिंह सिद्धू था, का नाम पिछले कुछ महीनों से लगातार सुर्खियों में है। पंजाबी म्यूजिक इंडस्ट्री के इस स्टार को 29 मई, 2022 को पंजाब के मानसा जिले में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। हाल ही में इस मामले में जेल में बंद गैंगस्टर गोल्डी बरार ने अपनी भूमिका का खुलासा किया है, जिसने इस केस को फिर से चर्चा में ला दिया है।
गोल्डी बरार का खुलासा
गोल्डी बरार ने एक डॉक्यूमेंट्री में यह स्वीकार किया कि उसने सिद्धू मूसेवाला की हत्या की साजिश को अंजाम दिया। उसने कहा कि मूसेवाला ने कुछ ऐसी गलतियाँ की थीं जिन्हें माफ नहीं किया जा सकता था। इन गलतियों के कारण उन पर न केवल उसे ज़िंदगी की गंभीर समस्याएँ झेलनी पड़ीं, बल्कि उसे उसकी जान का भी खतरा था।
- मूसेवाला का विवादास्पद व्यवहार: गोल्डी ने आरोप लगाया कि मूसेवाला ने बंबीहा गैंग के एक टूनार्मेंट को प्रमोट किया, जो कि लॉरेंस बिश्नोई के गिरोह का दुश्मन था। इससे दोनों गिरोहों के बीच दरार बढ़ी और गोल्डी को इस स्थिति का सामना करना पड़ा।
डॉक्यूमेंट्री ‘द किलिंग कॉल’
इस खुलासे के संदर्भ में, 11 जून को मूसेवाला की जयंती पर एक डॉक्यूमेंट्री रिलीज़ की गई, जिसका नाम ‘द किलिंग कॉल’ है। इस डॉक्यूमेंट्री में बरार ने मूसेवाला से संबंधित कई गहरे और विवादास्पद मुद्दों पर प्रकाश डाला है। डॉक्यूमेंट्री ने इस पर भी चर्चा की है कि कैसे मूसेवाला और बिश्नोई के बीच का रिश्ता काफी मजबूत था, लेकिन बाद में खराब हो गया।
- सिद्धू और लॉरेंस का रिश्ता: गोल्डी ने कहा कि लॉरेंस अक्सर सिद्धू को फोन करता था और उसके संगीत की सराहना करता था। लेकिन बाम्बीहा गैंग के प्रति समर्थन की वजह से सब कुछ बदल गया।
प्रतिद्वंद्वियों के साथ संबंध
बरार ने खुलासा किया कि मूसेवाला को बिश्नोई और उसके गिरोह के सदस्यों के साथ मोहाली में घटनाओं का एक लंबा इतिहास था। जब विक्की मिड्दुखेड़ा की हत्या हुई, तो इससे चीजें और अधिक खराब हो गईं। बताया गया है कि बंबीहा गैंग ने मिड्दुखेड़ा की हत्या की जिम्मेदारी भी ली थी, जो इस पूरे विवाद का एक और जटिल पहलू है।
- प्रिय मित्र, लेकिन अब दुश्मन: गोल्डी ने कहा कि मूसेवाला शुरुआत में उनके मित्र थे, लेकिन उनके कार्यों ने उन्हें दुश्मन बना दिया। उसने आरोप लगाया कि सिद्धू ने राजनीतिक शक्ति के जरिए बिश्नोई गिरोह के खिलाफ काम किया।
स्थिति की गंभीरता
गोल्डी ने कहा कि सिद्धू की भूमिका जानने के बावजूद, कोई भी उसे सजा नहीं दे रहा था। वह राजनेताओं और सत्ता में बैठे लोगों के संपर्क में था और अपनी शक्ति का दुरुपयोग कर रहा था। गोल्डी ने कहा, "हर कोई जानता था कि सिद्धू क्या कर रहा था, लेकिन किसी ने कोई कार्रवाई नहीं की।"
निष्कर्ष
सिद्धू मूसेवाला की हत्या का मामला न केवल संगीत प्रेमियों के लिए एक दुखद घटना है, बल्कि यह अपराध, राजनीति और गैंगस्टर विवादों का जटिल ताना-बाना भी प्रस्तुत करता है। गोल्डी बरार का यह खुलासा कई प्रश्न उठाता है कि कैसे गैंगस्टर और राजनीति आपस में जुड़े हुए हैं। यह देखना दिलचस्प होगा कि इस मामले में आगे क्या कदम उठाए जाएंगे और क्या सचमुच न्याय मिलेगा।
जैसा कि हम इस चौंकाने वाली घटना के बारे में और अधिक जानकारी प्राप्त करते हैं, हमें उम्मीद है कि इसे लेकर उचित न्याय प्रक्रिया अपनाई जाएगी और दोषियों को उनके कार्यों के लिए सजा दी जाएगी। सिद्धू मूसेवाला की याद हमेशा उनके संगीत और उनके योगदान के जरिए हमारे दिलों में जीवित रहेगी।