फरीदाबाद में 41 शॉपिंग सेंटर सील, संपत्ति कर न जमा करने पर बड़ी कार्रवाई!

फरीदाबाद में संपत्ति कर न चुकाने पर 41 शॉपिंग सेंटरों की सीलिंग: एक महत्वपूर्ण कार्यवाही

फरीदाबाद की नगर निगम ने हाल ही में संपत्ति कर जमा न करने वाले बकायादारों के खिलाफ एक साहसिक कदम उठाया है। सेक्टर 20 ए स्थित पार्श्वनाथ मैनहैटन मॉल के 41 शॉपिंग सेंटरों को सील कर दिया गया है, क्योंकि इन पर लगभग 93 लाख रुपये का बकाया संपत्ति कर था। यह कार्रवाई न केवल नगर निगम के कर अधिकारियों के योगदान से हुई, बल्कि इसे मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के निर्देशों पर भी संचालित किया जा रहा है। इस लेख में हम इस महत्वपूर्ण घटना की पृष्ठभूमि को समझने की कोशिश करेंगे।

संपत्ति कर का महत्त्व

संपत्ति कर किसी भी नगर निगम के लिए राजस्व का एक महत्वपूर्ण स्रोत होता है। यह मौलिक सेवाओं जैसे कि सफाई, सड़कें, प्रकाश और अन्य विकास कार्यों के लिए जरूरी निवेश को सुनिश्चित करता है। यदि संपत्ति कर समय पर नहीं चुकाया जाता है, तो इसका असर शहर के विकास पर पड़ता है। फरीदाबाद नगर निगम ने इस पर ध्यान केंद्रित करते हुए एक सख्त अभियान शुरू किया है।

कार्रवाई का विवरण

7 जून 2023 को, नगर निगम की एक टीम ने पार्श्वनाथ मैनहैटन मॉल पर जाकर 41 शॉपिंग सेंटरों को सील किया।

  • मुख्य बिंदु:
    • बकाया राशि: लगभग 93 लाख रुपये।
    • कार्यवाही का नेतृत्व: क्षेत्रीय कर अधिकारी सृष्टि बब्बर ने किया।
    • सीलिंग का तारीख: 7 जून 2023।

यह कार्यवाही तब की गई जब शॉपिंग सेंटरों के संचालकों ने समय सीमा के समाप्त होने के बाद भी संपत्ति कर का भुगतान नहीं किया।

अन्य जोन में भी सुनिश्चित की जा रही कार्रवाई

फरीदाबाद नगर निगम ने स्पष्ट किया है कि ये कदम केवल मैनहैटन मॉल तक सीमित नहीं हैं। अन्य जोन में भी बकायादारों से कर वसूलने के अभियान जारी हैं। इस प्रक्रिया के तहत

  • 40 लाख रुपये से अधिक की रिकवरी भी की गई है।
  • सभी क्षेत्रीय कर अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि यदि उनके कार्य में लापरवाही पाए जाने पर उनके खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी।

नगर निगम की स्थिति और आगामी योजनाएँ

नगर निगम के अधिकारियों ने बताया कि संपत्ति कर से प्राप्त होनेवाले राजस्व का उपयोग शहर के विकास के लिए किया जाता है। एडिशनल कमिश्नर सलोनी शर्मा ने भी इस विषय पर अपने विचार साझा करते हुए कहा कि

  • नगर निगम द्वारा सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि सभी संपत्ति मालिक अपने कर को समय-समय पर भरें।
  • सरकार की ओर से निर्देशित यह अभियान भविष्य में किसी भी लापरवाही को रोकने के लिए आवश्यक है।

निष्कर्ष

फरीदाबाद का यह मामला केवल एक नगर निगम की कार्यवाही नहीं है, बल्कि यह स्थानीय सरकारी संस्थाओं के लिए एक महत्वपूर्ण संदेश भी है। समय पर कर भुगतान का महत्व सभी क्षेत्रों में है और इसका सीधा संबंध हमारे विकास एवं सुख-सुविधाओं से है।

इस प्रकार की कार्रवाई यह दर्शाती है कि नगर प्रशासन इस बात के लिए तैयार है कि वह अपने क्षेत्र से लंबे समय तक बकाया रहने वाले बकायादारों के खिलाफ कड़े कदम उठाए। सम्पत्ति कर की वसूली न केवल नगर निगम के लिए बल्कि नागरिकों की भलाई के लिए भी आवश्यक है।

यदि आप भी स्थानीय विकास में योगदान देना चाहते हैं, तो अपने संपत्ति कर का भुगतान समय पर करें और इस प्रक्रिया का हिस्सा बनें।

Similar Posts

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *